गुलाल की खुशबू
गुजियों की मिठास
प्यार भरे रंगों की
हो ऐसी बौछार कि
तन मन खुशी से
झूम उठे और ..
गायें हम सब
आया होली का
पावन त्यौहार !
जब रंगे हो
बसंत के रंग में
तो क्या रखा है
किसी नसे या
भंग में
ढोलक की थाप में
नाचते - नाचते
भूल न जाना
किसी को रंगने का
अभी है इंतजार
गायें हम सब
आया होली का
पावन त्यौहार !
डाली - डाली में
फूल खिले
गिले सिकवे
बिसरा कर
आवो गले मिलें
शुभकामनाएं
सदा बरसती रहे
खुशियों की
यूं ही बौछार
गायें हम सब
आया होली का
पावन त्यौहार !
@विजय मधुर
bahut badiya holi ki rangbirangi chhta bikheti rachna..
जवाब देंहटाएंकविता जी पहले तो अति बिलम्ब से उत्तर देने के लिए क्षमा | आपको कविता अच्छी लगी | हौसला बढ़ाने के लिए आपका ह्रदय की गहराइयों से आभार|
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