आ गया नव वर्ष
खुशियां मानते हैं
जमाने संग .....
कदम मिलाकर
परम्परा निभाते हैं |
अच्छी बातें सीखी
खुद पर है गर्व
भूल न जाएँ कंही
कब और
कौन से हैं
हमारे पावन पर्व |
दृष्टि संकुचित नहीं
यह हैं मान्यताएं
दूरियां बिसराकर
दें इक दूजे को
शुभकामनाएं |
@२०१७ विजय मधुर