दिलवालों का नहीं
हादसों का शहर
बन गया है यह
बदलते मौसम में
बीमारियों का घर
बन गया है यह |
कूड़े के ढेरों पर
लगे हैं ...
स्वच्छता के
इश्तेहार .....
शहर अब यह
राजनीति का
अखाड़ा बन गया है |
आन्दोलन चला
जंहा से
बेटियों की रक्षा का
वंही बेटियों को
शरेआम
कुचला जा रहा है |
दिलवालों का नहीं
हादसों का शहर
बन गया है यह |
@२०१६ विजय मधुर
हादसों का शहर
बन गया है यह
बदलते मौसम में
बीमारियों का घर
बन गया है यह |
कूड़े के ढेरों पर
लगे हैं ...
स्वच्छता के
इश्तेहार .....
शहर अब यह
राजनीति का
अखाड़ा बन गया है |
आन्दोलन चला
जंहा से
बेटियों की रक्षा का
वंही बेटियों को
शरेआम
कुचला जा रहा है |
दिलवालों का नहीं
हादसों का शहर
बन गया है यह |
@२०१६ विजय मधुर
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