एक :
जुर्म .....
चोरी करना या
फंसाना
हत्या या
साजिश
झूठ या
झूठी दलीलें
जुर्म क्या है ?
समझ से परे !
दो :
सुनवाई .........
जुर्म नहीं
बल्कि
पीडित या
पीड़िता के कदानुसार
सुनवाई क्या है ?
हैशियत !
तीन :
कानूनी धारा ....
पानी की तरह
बहती है सिर्फ
ऊपर से नीचे
बनाया जा सकता है
उन पर बाँध
मोड़ा जा सकता है
उनका रुख
कंही भी
कभी भी
क़ानून क्या है ?
आँखों पर पट्टी !
चार :
जमानत .....
मिनटों ..
घंटों .....
दिनों .....
सप्ताह ...
महीनों .....
वर्षों ....
कभी नहीं
या
पहले ही
जमानत क्या है ?
अमानत का हिसाब !
पांच :
सजा ....
सश्रम
कठोर
आजीवन
फांसी या
सुविधा सम्पन्न
सजा क्या है ?
कारावास !
@2012 विजय मधुर
जुर्म .....
चोरी करना या
फंसाना
हत्या या
साजिश
झूठ या
झूठी दलीलें
जुर्म क्या है ?
समझ से परे !
दो :
सुनवाई .........
जुर्म नहीं
बल्कि
पीडित या
पीड़िता के कदानुसार
सुनवाई क्या है ?
हैशियत !
तीन :
कानूनी धारा ....
पानी की तरह
बहती है सिर्फ
ऊपर से नीचे
बनाया जा सकता है
उन पर बाँध
मोड़ा जा सकता है
उनका रुख
कंही भी
कभी भी
क़ानून क्या है ?
आँखों पर पट्टी !
चार :
जमानत .....
मिनटों ..
घंटों .....
दिनों .....
सप्ताह ...
महीनों .....
वर्षों ....
कभी नहीं
या
पहले ही
जमानत क्या है ?
अमानत का हिसाब !
पांच :
सजा ....
सश्रम
कठोर
आजीवन
फांसी या
सुविधा सम्पन्न
सजा क्या है ?
कारावास !
@2012 विजय मधुर